श्रीमती जयश्री जाजू

Mrs. JayaShree Jaju

Mrs. Jayashree Jaju

श्रीमती जयश्री जाजू

‘अनुभव’ इस एक शब्द में न जाने कितने भाव छिपे हैं | दुःख,सुख,हँसी,दिल्लगी | जैसे ही हम दुनिया में कदम रखते हैं, वैसे ही हमारे जीवन के एक-एक बीते हुए पल अनुभव बन जाते हैं | ये अनुभव ही तो है जो हमारा और साथ ही औरों का मार्ग प्रशस्त करते है | इन अच्छे बुरे अनुभवों से ही हम अपने जीवन को सुधार या बिगाड़ सकते है |

इसी प्रकार इन कहानियों में भी आप स्वयं को ‘अनुभव’ करोगे | जैसे-जैसे इन कहानियों को आप पढोगे आपको लगेगा कि “हाँ ये मेरी अपनी ही कहानी है |”