तीन मुखी रूद्राक्ष की जानकारी

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तीन मुखी रूद्राक्ष की जानकारी

तीन मुखी रूद्राक्ष की जानकारी

रुद्राक्ष, यानी कि एक तरह से भगवान शंकर का वरदान, रुद्राक्ष यानी कि त्रिनेत्रधारी भगवान शिव का अंश। भारतीय संस्कृति में रुद्राक्ष का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। रुद्राक्ष इंसान को हर तरह की हानिकारक ऊर्जाओं से दूर रखता है, रुद्राक्ष के इस्तेमाल से जीवन की हर तरह की बाधाएं टल जाती है। तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है, वह जठराग्नि, बड़वाग्नि और दावाग्नि समस्त से मनुष्य की रक्षा करता है।
पहचान
अग्नि का स्वरूप है 3 मुखी रुद्राक्ष । तीनमुखी रुद्राक्ष पर प्राकृतिक रूप से तीन धारिया होती है। ये जो तीन धारिया होती है वही मुख कहलाती है। इन तीन धारियों को तीन मुख कहा जाता है।
किन राशियों को मिलता है लाभ
यदि मेष राशि के जातक तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करें तो यह उनके लिए अति शुभ होगा। यह रुद्राक्ष सूर्य और मंगल ग्रह के दुष्परिणामों को ख़त्म करता है।

    तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि
  1. यदि कोई व्यक्ति सावन मास के किसी भी सोमवार में यह रुद्राक्ष धारण करता है तो उसके ऊपर इन त्रिदेवों की कृपा बरसने लगती है। हर महीने में जो मासिक शिवरात्रि आती है। आप उस शिवरात्रि को भी तीन मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।आप शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार को तीन मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
  2. तीन मुखी रुद्राक्ष खरीदने के बाद इसे साफ ताजे पानी से धोएं और पहनने से पहले एक दिन गाय के दूध में डुबोएं। सोमवार या रविवार के दिन सुबह जल्दी उठें, उस स्थान को साफ करें जहाँ आप बैठने जा रहे हैं और पूजा या जाप करेंंगे। स्नान करने के पश्चात् साफ कपड़े पहनें। अब पूर्व दिशा में पूजा घर या अपने घर की ओर मुख करके बैठें। एकाग्र मन से जाप करें। अब चंदन का लेप कुमकुम लगाएं और तीन मुखी रुद्राक्ष पहनें।
मंत्र
तीन मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र है " ॐ क्लिं नमः
    तीन मुखी रुद्राक्ष के लाभ
  1. तीन मुखी रुद्राक्ष विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक होता है। क्योंकि विद्या अध्ययन में रूचि पैदा करने में यह रुद्राक्ष सक्षम है। तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से स्मरण शक्ति में गजब का विकास होता है। तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से दया धर्म और परोपकार की भावना उत्पन्न होती है। तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से ब्रम्हहत्या जैसा पाप भी भस्म हो जाता है। तीनमुखी रुद्राक्ष धारण करने मात्र से अग्निदेव प्रसन्न हो जाते है। पूजा स्थान में तीनमुखी रुद्राक्ष स्थापित करने से परिवार में सुख शांति धन तथा विद्या की वृद्धि करता है।
  2. किसी भी व्यक्ति की जीवन तभी सार्थक माना जाता हैं जब उसका मन पवित्रता से भरा हो और विचारों में परम पवित्रता हो। अग्नि तत्व की प्रमुखता होने के कारण तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले जातक के विचारों में शुद्धता व स्थिरता आती हैं । जिससे व्यक्ति का जीवन के जीवन मे सुखद अनुभव होते है।

दिनाँक : 23rd December 2022
Monika Gupta

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